ओमाइक्रोन के लक्षणों को लेकर अभी तक कोई ठोस शोध सामने नहीं आया है। अब वैज्ञानिकों ने इसके लक्षणों को लेकर एक अध्ययन किया है। किंग्स कॉलेज लंदन और स्वास्थ्य विज्ञान कंपनी ZOE के विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मरीजों को असामान्य त्वचा पर चकत्ते और खुजली का अनुभव हो रहा है, तो यह ओमाइक्रोन हो सकता है। ऐसे में त्वचा से जुड़े बदलावों पर नजर रखना जरूरी है। तीन प्रकार के त्वचा लाल चकत्ते से अवगत रहें
1. पित्ती (ठंडा पित्त) दाने : शोध के अनुसार त्वचा पर अचानक से दाने निकल आते हैं। इससे बहुत खुजली होती है। वे भी कुछ ही समय में अपने आप गायब हो जाते हैं। पित्ती शरीर के किसी भी भाग पर हो सकती है। यह आमतौर पर एलर्जी का एक लक्षण है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह दाने कोरोना संक्रमण की शुरुआत में ही दिखने लगते हैं।
2. कांटेदार या चेचक जैसे दाने: ये ज्यादातर कोहनी, घुटनों और हाथों और पैरों के पिछले हिस्से पर होते हैं। ये छोटे, लाल और खुजलीदार रैशेज हैं जो आपको हफ्तों तक परेशान कर सकते हैं।
3. चिलब्लेन (बुवाई): वैसे तो यह दाने ठंड के दौरान होते हैं, लेकिन अब यह कोरोना संक्रमण के दौरान ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। इसमें व्यक्ति के पैरों और हाथों की उंगलियों पर लाल और बैंगनी रंग के चकत्ते पड़ जाते हैं। खुजली की जगह सूजन आ रही है। ये लक्षण ज्यादातर युवा लोगों में संक्रमण के कुछ दिनों बाद देखने को मिलते हैं।
ऐसा शोध
ZOE कोविड स्टडी ऐप से वैज्ञानिकों ने 3 लाख 36 हजार यूजर्स के डेटा पर रिसर्च की। इसमें पाया गया कि 8.8% कोरोना पॉजिटिव मरीजों में किसी न किसी तरह के स्किन रैशेज थे। यह उनके संक्रमण का लक्षण था। साथ ही 8.2% लोग ऐसे भी थे जिन्होंने अपना कोविड टेस्ट नहीं कराया, लेकिन उन्हें कोरोना के सामान्य लक्षणों के साथ-साथ त्वचा पर रैशेज भी थे।
रैश की सावधानीपूर्वक जांच करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक ऑनलाइन सर्वेक्षण भी किया। इसमें 12 हजार कोरोना के लक्षण या पीड़ित लोगों के स्किन रैशेज की तस्वीरें मांगी गईं। जांच में, 17% कोरोना पॉजिटिव लोगों ने त्वचा पर चकत्ते को अपना पहला लक्षण बताया। वहीं, हर 5 में से 1 व्यक्ति ने त्वचा पर लाल चकत्ते को ही कोरोना संक्रमण का एकमात्र लक्षण माना।
कोरोना से त्वचा पर दाने होना कोई बड़ी बात नहीं
शोध में वैज्ञानिकों ने माना है कि कई तरह के वायरल इंफेक्शन से त्वचा पर रैशेज हो जाते हैं। चूंकि कोरोना भी एक वायरस है इसलिए संक्रमण के दौरान त्वचा पर रैशेज होना कोई बड़ी बात नहीं है। डॉक्टर्स की सलाह के मुताबिक अगर आपको किसी भी तरह के स्किन रैशेज हैं तो खुद को आइसोलेट कर लें और कोविड टेस्ट कराएं।
नए वेरिएंट ओमाइक्रोन के अन्य लक्षणों में सर्दी, खांसी, गले में खराश, स्वाद और गंध की कमी, भूख न लगना, धड़कन और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं।
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